Cyber kidnapping: फिल्मों और खबरों में आपने किडनैपिंग के कई मामलों के बारे में सुना होगा। लेकिन आज हम आपको ‘साइबर किडनैपिंग’ के बारे में बता रहे है। यह एक तरह की ‘फेक किडनैपिंग’ होती है। इसमें शख्स के केवल हाथ-पैर बांधकर खीचें गए फोटो-वीडियो से बिल्कुल असली किडनैपिंग सीन क्रिएट किया जाता है और उसके करीबियों से फिरौती मांगी जाती है। यह बिल्कुल असली प्रतीत होता है, लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ होता नहीं हैं।
वर्चुअल तरीके से हुआ अपहरण
(Virtual Kidnapping Kya Hai)
बढ़ते डिजिटल युग में अपराध करने के तरीके भी अब एडवांस हो चुके है। ऐसा ही एक मामला Cyber kidnapping का सामने आया है, जोकि अमेरिका के यूटा शहर का है। यहां एक चीनी स्टूडेंट को वर्चुअली किडनैप कर उसके परिवार से 66.62 लाख रुपये (80 हजार डॉलर) की फिरौती मांगी गई है।
पीड़ित 17 वर्षीय काई झुआंग नाम का बच्चा है, जो 20 दिसंबर 2023 से लापता था। यह बच्चा अब पुलिस को बर्फीले पहाड़ों में मिल गया है। पुलिस का कहना है कि झुआंग को असल में किडनैप नहीं किया गया बल्कि उसने खुद को किडनैपर्स के कहने पर आईसोलेट कर लिया था। इसे आप Virtual Kidnapping या फिर Cyber kidnapping कह सकते है। इसका मतलब है चीनी बच्चा वर्चुअल किडनैपर्स के कहने मात्र से ही पहाड़ों पर रहने के लिए चला गया था।
साइबर किडनैपिंग क्या होती है?
(What is Cyber kidnapping)
‘साइबर किडनैपिंग’ एक तरह की Fake Kidnapping है। इसमें किसी से भी फिरौती मांगने के लिए उसके करीबी की वर्चुअल किडनैपिंग की जाती है। इसमें शख्स के केवल हाथ-पैर बांधकर खीचें गए फोटो-वीडियो से असली जैसा किडनैपिंग सीन बना दिया जाता है। इसके बाद उसके चाहने वालों से फिरौती मांगी जाती है। अमेरिकी चीनी स्टूडेंट Kai Zhuang के साथ भी ऐसा ही हुआ है। उसके मामले में किडनैपिंग की नाटक किया गया लेकिन असल में ऐसा था नहीं।
इस तरह की वर्चुअल किडनैपिंग में विक्टिम को जिस शख्स की फोटो या वीडियो दिखाई जाती है वो बिल्कुल फेक होती है। उसकी आवाज भी Deepfake Technology से कॉपी की जाती है। इसके बाद इसी आवाज का इस्तेमाल फिरौती मांगते वक्त किया जाता है।
काई झुआंग के साथ क्या हुआ?
अमेरिकी चीनी स्टूडेंट ‘काई झुआंग’ को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म Skype पर साइबर किडनैपर्स ने संपर्क किया। किडनैपर्स ने उससे कहा कि उसके पैरेंट्स की जान को खतरा है। किडनैपर्स ने कहा अगर वह अपने पैरेंट्स को बचाना चाहता है तो वैसा करे जैसा वो चाहते है। इसके बाद किडनैपर्स ने उस बच्चे से उसकी कुछ ऐसी फोटो की मांग की, जिसमें उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। इन तस्वीरों में वह किसी आईसोलेटिड जगह पर दिखाई प्रतीत हो रहा हो। किडनैपर्स के कहने पर बच्चे ने इस तरह की फोटो भेज दी। उसकी उन फोटोज का इस्तेमाल कर किडनैपर्स ने उसके घर वालों फिरौती की डिमांड की।
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साइबर किडनैपिंग से ऐसे बचें-
साइबर किडनैपिंग से बचने के लिए किसी भी अनजान नंबर से आने वाले कॉल को इग्नोर करें। उस नंबर को वेरिफाई कर ही जवाब देना उचित समझें। ध्यान रखें कि साइबर क्रिमिनल (Cyber Criminal) आपके जान पहचान के दोस्त या परिवार का सदस्य बनकर भी कॉल करते है, इसलिए सावधान रहें।
आपके द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किए गए डेटा का इस्तेमाल स्कैमर अपनी कॉल को ज्यादा भरोसमंद बनाने के लिए भी कर सकते हैं। इसलिए आप अपने और अपने बच्चों के बारे में ऑनलाइन कुछ भी शेयर करने में सावधानी बरतें। खासकर बच्चों के नाम, रहने की जगह, घर का पता, पड़ोस या बच्चों के स्कूल की फोटो शेयर नहीं करें। स्कूल के नाम से भी बच्चे के बारे में डिटेल्स आसानी से निकाली जा सकती है और बच्चे तक पहुंचा जा सकता है।