दिवाली पूजा में माता महालक्ष्मी की पूजा  होती है। 

सामान्य तौर पर यह पर्व मां महालक्ष्मी का दिखता है। 

लेकिन विशेष तौर पर यह पूरा पर्व विष्णु जी से जुड़ा है। 

दिवाली की पूजा से भगवान विष्णु का गहरा नाता है।

नरक चतुर्दशी नरकासुर संहारक श्रीकृष्ण के लिए होती है।

नरकासुर से 16 हजार कन्याओं को श्रीकृष्ण ने बचाया था। 

दिवाली पर श्रीकृष्ण की पूजा और स्मृति से दीपोत्सव शुरु होता है। 

विष्णु अवतार भगवान राम के अयोध्या आगमन पर दीपोत्सव होता है। 

गोवर्धन पूजन इंद्र कोप से वृंदावनवासियों की रक्षा के लिए मनाते है। 

दीपावली की हर पूजा आयोजन में विष्णु अप्रत्यक्ष रूप से होते है।