खिलाड़ियों का टैटू प्रेम जगजाहिर है। फुटबॉल जगत से शुरू हुआ टैटू प्रेम अब क्रिकेट प्लेयर्स के ऊपर भी अपना रंग जमा चुका है। बात करें भारतीय क्रिकेटरों की तो उनका टैटू प्रेम भी किसी से छिपा नहीं है। चाहे ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या हो या फिर भारतीय कप्तान विराट कोहली, अधिकतर भारतीय क्रिकेटर्स अपनी बॉडी पर टैटू बनवाना पसंद करते है। खिलाडियों के व्यक्तित्व को निखारने में हेयर-स्टाइल और बियर्ड के साथ-साथ टैटू का भी योगदान है। यहां हम विराट कोहली के टैटूज की बात करेंगे, जो संख्या में एक नहीं बल्कि कई सारे है। इन सब टैटू के पीछे कोई ना कोई खास संदेश भी छिपा हुआ है।
पहले टैटू के लिए विराट को पड़ी थी कोच की फटकार
जब विराट ने घरेलू क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत की थी, तब अपना पहला टैटू बनवाया था। बताया जाता है कि, अपने पहले टैटू के लिए विराट को कोच राजकुमार शर्मा से काफी फटकार भी सुननी पड़ी थी। शर्मा का मानना था कि, विराट को टैटू से ज्यादा अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए। जिसके बाद विराट ने कोच की बातों को अमल किया और लंबे समय तक कोई टैटू नहीं बनवाया। बाद में काफी समय बाद उन्होंने फिर से बॉडी पर टैटू बनवाना शुरू कर दिया। आज आलम यह है कि, विराट कोहली का पूरा शरीर कई टैटूज से ढका हुआ है और हर एक टैटू एक अलग कहानी बयां करता है।
बाएं हाथ पर बने विराट के टैटू बतलाते है कई बड़े राज
विराट के शरीर पर बने टैटू युवाओं को काफी आकर्षित करते है। विराट के बाएं हाथ के ऊपर जापानी समुराई वारियर का एक टैटू बना हुआ है। आपको बता दे जापानी समुराई वारियर अनुशासन, सम्मान, ईमानदारी से जीवन जीने के लिए जाने जाते थे। इस टैटू की इन खासियतों को विराट भी अपनी जिंदगी में फॉलो करते है। इसके अलावा उनके बाएं हाथ के बाजू के पीछे टैटू के रूप में माता सरोज कोहली और पिता प्रेम कोहली का नाम लिखा हुआ है। साथ ही उन्होंने उसी जगह पर अपनी टेस्ट और वनडे कैप का नंबर भी गुदवाया हुआ है। विराट के ये सब टैटूज उनके पेरेंट्स और क्रिकेट के प्रति प्रेम को दर्शाते है।
बेहतर प्रदर्शन और खुद पर यकीन सिखाते है टैटूज
यदि आप कभी गौर करेंगे तो पता चलेगा कि, विराट ने बाएं हाथ में ही सबसे ऊपर की तरफ एक आँख का टैटू बनवाया हुआ है। जिसे भगवान् की आंख कहते है, जोकि सही और गलत में फर्क प्रदर्शित करती है। इसके अलावा विराट ने बाएं कंधे पर ‘ऊँ’ गुदवाया है, जो उन्हें नकारात्मक ऊर्जा से दूर रखने में मदद करता है। वही विराट के दाएं हाथ पर पहला टैटू उनके राशि चिन्ह ‘वृश्चिक’ का है, जो उन्हें मैदान पर बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। इसके अलावा इसी हाथ पर विराट ने भुजा की कलाई की तरफ विश्वास का प्रतीक एक चीनी सिंबल बनवाया है, जो उन्हें खुद पर यकीन रखने को कहता है।
शिव भक्त विराट कोहली ने टैटूज में दिखाई भक्ति
टैटूज को अपने शरीर का अहम हिस्सा बना चुके विराट की कलाई पर भगवान शिव, कैलाश पर्वत और मानसरोवर का भी टैटू बना हुआ है। इन टैटूज के पीछे की वजह बताते हुए विराट कहते है कि, ये लॉर्ड शिव उन्हें जिंदगी में और भी ज्यादा मजबूती प्रदान करते है। वही कैलाश पर्वत और मानसरोवर उन्हें मेडिटेशन के लिए प्रेरित करने का काम करते है। विराट के टैटूज प्रेम से साबित होता है कि, उन्होंने जिंदगी के कुछ अहम बातों को टैटू का रूप दिया हुआ है।
यह भी पढ़े: एक एथलीट के जीवन संघर्ष को बखूबी पेश करती हैं बॉलीवुड की ये 5 बायोपिक फिल्में
यह भी पढ़े: घर में सबकी चहेती है सचिन की बेटी सारा तेंदुलकर, एक नजर उनकी जिंदगी से जुड़ी बातों पर