Suyash Sharma IPL Debut: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने विश्व क्रिकेट को एक से बढ़कर एक सितारे दिए हैं, उन्हीं में से एक है सुयश शर्मा। भारत के लेग स्पिन गेंदबाज सुयश शर्मा ने बीते साल 2023 के सीजन में आईपीएल डेब्यू किया था। उनकी डेब्यू टीम कोलकाता नाइट राइडर्स थी। 06 अप्रैल 2023 को केकेआर की तरफ से आरसीबी के खिलाफ उन्होंने अपना डेब्यू किया और इसी मैच में 4 ओवर में 30 रन देकर शानदार 3 विकेट चटका दिए।
सुयश ने 19 वर्ष की उम्र में आईपीएल डेब्यू किया और अपने प्रदर्शन से सभी को हैरान कर दिया। सुयश ने इस मैच में वेंकटेश अय्यर के स्थान पर इम्पेक्ट प्लेयर के रूप में एंट्री की थी और छा गए। अपने डेब्यू मैच में सुयश ने 7.50 की इकॉनमी रेट से 30 रन खर्च किये और 4 विकेट चटकाने में सफलता हासिल की। उनके खाते में आरसीबी के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक, अनुज रावत और कर्ण शर्मा के विकेट दर्ज हुए।
सुयश ने दिलाई नीरज चोपड़ा की याद
दिल्ली से आने वाले सुयश ने आईपीएल 2023 के संस्करण से पहले केकेआर के लिए ट्रायल दिया था, जिसमें वह चुने गए। इसके बाद उन्हें आईपीएल की नीलामी में केकेआर द्वारा दिसंबर 2022 में बेस प्राइस 20 लाख में खरीद लिया। अपने डेब्यू आईपीएल मैच में वह जब गेंदबाजी करने मैदान पर आये तो दर्शकों को भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर ‘नीरज चोपड़ा’ याद आ गए। दरअसल, सुयश का हेयर स्टाइल और दौड़ने का अंदाज नीरज से मेल खाता हैं।
यह भी पढ़े: Suryakumar Yadav ने 49 गेंदों में ठोका था पहला IPL शतक, किया था धमाका
मद्रास क्रिकेट क्लब से खेले सुयश
आईपीएल में पहली बार खेले सुयश शर्मा ने इससे पहले बीसीसीआई की प्रतिस्पर्धी क्रिकेट का एक भी मैच नहीं खेला था। लेकिन वह वीरेंद्र सहवाग, युजवेंद्र चहल के पूर्व क्लब ‘मद्रास क्रिकेट क्लब’ से खेला करते थे। वह लेग ब्रेक स्पिन गेंदबाज हैं। कोरोना काल में सुयश के कोच दिल्ली के पूर्व क्रिकेटर सुरेश बत्रा थे। कोरोना काल में उनकी मृत्य हो गई, जिसके बाद रंधीर सिंह ने उन्हें अपने क्लब मद्रास क्लब से डीडीसीए लीग में खेलने का अवसर दिया।
मद्रास क्लब के मालिक रंधीर सिंह बताते है कि सुयश के लिए साल 2022 काफी खराब रहा था। उसके पिता कैंसर से जूझ रहे थे लेकिन उसने फिर भी आईपीएल टीमों के लिए ट्रायल दिया। वह निम्न मध्यमवर्ग परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके पिता के इलाज में पूर्व टेस्ट क्रिकेटर, दिल्ली के स्पिनर रहे और मुंबई इंडियंस के स्काउट मैनेजर राहुल सांघवी ने काफी मदद की। उनकी मदद से सुयश के पिता का इलाज मुंबई में हुआ और इसी दौरान सुयश को मुंबई इंडियंस के लिए ट्रायल देने का भी मौका मिल गया। रंधीर कहते हैं कि सुयश क्लब क्रिकेट जरूर खेलते थे, लेकिन उन्हें यहां से एक भी पैसा नहीं मिलता था। कोलकाता, चेन्नई, मुंबई के मुकाबले दिल्ली में क्लब क्रिकेट की हालत काफी खराब है, यहां किसी को पैसा नहीं मिलता है।
यह भी पढ़े: कैसा था Arjun Tendulkar का IPL डेब्यू मैच में परफॉर्मेंस, जानकर चौंक जाएंगे आप
पंकज सिंह से मुलाकात ने दिखाई राह
सुयश का चयन अंडर-25 के सफेद प्रारूप के टूर्नामेंट के लिए हुआ था। इस दौरान सुयश की मुलाकात पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और अंडर-25 टीम के कोच पंकज सिंह से हुई। पंकज सिंह बताते है कि सुयश के हाथ में गेंद को घुमानी की क्षमता थी। वह ज्यादा लंबा नहीं है, लेकिन उसकी गेंद फेंकने की तकनीक काफी अच्छी हैं। वह एक्शन में बिना परिवर्तन के गुगली और लेगब्रेक समान तेजी से डालता है। अधिकतर कलाई स्पिनर की गुगली धीमी होती है, सुयश ऐसा नहीं है।