जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) को शुक्रवार को गोली मार दी गई। यह हमला उस वक्त हुआ जब नारा शहर में शिंजो आबे भाषण दे रहे थे। हमलावर ने पीछे से उन पर दो गोलियां दागीं, जिसके बाद शिंजो आबे जमीन पर गिर पड़े और उनके शरीर से खून बहता दिखाई दिया। आबे पर हमला करने वाले संदिग्ध की पहचान हो गई है। 41 वर्षीय हमलावर का नाम यामागामी तेत्सुया है और वह जापान की समुद्री सेना का पूर्व सैनिक रहा है।
जापान के पूर्व पीएम आबे की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। पीएम मोदी ने अपने खास दोस्त पर हमले को लेकर दुख व्यक्त किया है।
Deeply distressed by the attack on my dear friend Abe Shinzo. Our thoughts and prayers are with him, his family, and the people of Japan.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2022
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से शुरू हुआ आबे परिवार का रिश्ता मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी तक चला। शिंजो आबे, 1957 में स्वतंत्र भारत की यात्रा करने वाले पहले जापानी प्रधान मंत्री नोबुसुके किशी के पोते हैं। आबे का भारत से नाता बचपन से जुड़ा था। आबे ने अपनी भारत यात्रा के दौरान उन कहानियों को याद किया था जो उन्होंने बचपन में अपने नाना की गोद में बैठकर भारत के बारे में सुनी थीं। शिंजो आबे का भारत को लेकर खास लगाव था। यह लगाव काशी से लेकर क्योटो तक दिखाई देता था। आबे का भारत की संस्कृति से लेकर द्विपक्षीय संबंधों को लेकर जो निकटता थी वह कई मौकों पर दिखाई थी। बुलेट ट्रेन परियोजना से लेकर असैन्य परमाणु समझौते में आबे की भूमिका भारत से उनके प्रति प्यार को दर्शाती है।
जापान ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ से गुजरा है, जिसका अर्थ है कि हमने भारत को एक ऐसे भागीदार के रूप में फिर से खोजा है जो समान मूल्यों और हितों को साझा करता है और एक मित्र के रूप में भी जो स्वतंत्रता और समृद्धि के समुद्र को समृद्ध करने के लिए हमारे साथ काम करेगा, जो सभी के लिए खुला और पारदर्शी हो।
-शिंजो आबे, साल 2006 में भारत यात्रा पर संबोधन के दौरान
भारत ने दिया था पद्मभूषण नागरिक सम्मान
भारत ने पिछले साल ही जापानी पीएम शिंजो आबे को देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण देने का फैसला किया था। उन्हें यह सम्मान जनसेवा के क्षेत्र में दिया गया था। जापानी रक्षा मंत्री होसोई नोरोता का साल 2001 में मिले सम्मान के बाद आबे दूसरे जापानी राजनेता थे जिन्हें यह सम्मान दिया गया।