जयपुर जिले के प्रताप नगर (सांगानेर) क्षेत्र में संचालित ‘ब्लैक पैंथर्स स्पोर्ट्स क्लब’ (Black Panthers Sports Club) रग्बी (rugby) के खेल में नए आयाम लिखने की तरफ लगातार अग्रसर हैं। क्लब में सैंकड़ों बच्चे रग्बी सीखने के लिए तड़के सुबह 4 बजे ही मैदान (सांगानेर स्टेडियम) अभ्यास के लिए पहुंच जाते हैं, जो उनके बुलंद हौंसले और खेल में देश के लिए लिए कुछ कर दिखाने के जज्बे को प्रदर्शित करता हैं। यह जज्बा ना सिर्फ लड़कों में बल्कि क्लब की लड़कियों में भी कूट-कूट के भरा हुआ हैं।
समाज की सोच बदलने की जिद
देश में अप्रचारित इस खेल में लड़कियों का भाग लेना समाज और परिवार को अखरता जरूर है, लेकिन उनकी जिद ही उनकी जीत है। समाज की अवहेलनाओं को नजरअदांज करते हुए लड़कियां रग्बी के खेल में ऐसे रम चुकी हैं, जैसे कि उन्होंने देश को ओलंपिक मेडल दिलाने की ठान ही ली हो। ब्लैक पैंथर्स गर्ल्स टीम की कुछ मुख्य खिलाड़ी गोल्डी, मनीषा, नेहा, पूजा, पायल, मोहिनी और कीर्ति सितंबर माह में होने जा रहे टूर्नामेंट की तैयारियों में जी जान से जुट गई हैं। ऐसे में उनके सामने अब एक ही लक्ष्य है कि वह ऐसा कर दिखाए जो समाज का नजरिया ही बदल कर रख दे।
कोच और सीनियर्स कर रहे मेहनत
क्लब संचालक, फाउंडर और मुख्य कोच राजवीर सिंह का मानना हैं कि लड़के-लड़कियां रग्बी में जिस तरह मेहनत कर रहे हैं, उसे देखकर उन्हें ना सिर्फ आशा हैं बल्कि पूरा विश्वास है कि भविष्य में जल्दी ही सांगानेर स्टेडियम ‘रग्बी’ की पहचान बनकर सभी के सामने उभरेगा। क्लब के सीनियर खिलाड़ी तुषार, हर्ष और संदीप भी अपने जूनियर्स के साथ जमकर मेहनत कर रहे हैं और उनका मार्गदर्शन भी कर रहे हैं।
जानिये क्या हैं ‘रग्बी’ का खेल
फुटबॉल की तरह ही खेला जाने वाला एक खेल हैं। जोकि आयताकार घास के मैदान पर 15-15 खिलाडियों की दो टीमों द्वारा आपस में खेला जाता हैं। रग्बी के खेल में भारत की तरफ से अभिनेता ‘राहुल बोस’ नेशनल लेवल के प्लेयर भी रह चुके हैं। अब जरुरत है खेल प्रशासन और भारत सरकार को क्रिकेट से ऊपर उठकर रग्बी जैसे अन्य खेलों को बढ़ावा देने की। यदि ऐसा होता हैं तो ब्लैक पैंथर्स जैसे हजारों क्लबों से सैंकड़ों बच्चे निकलकर बड़ा नाम बन सकते हैं।
यह भी पढ़े:
रग्बी पसंद करने वाले लोगों को एक बार जरूर देखनी चाहिए ये पांच विदेशी फिल्में