Rajasthan Election 2023: आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए प्रदेश भाजपा ने कमर कस ली है। राजस्थान बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) ने 8 हजार अल्पकालीन विस्तारकों को नमो स्वयंसेवक के तौर पर फील्ड में उतारने का फैसला किया है। ये सभी नमो स्वयंसेवक 11 लाख पन्ना प्रमुखों से लेकर 52 हजार बूथों के लिए काम कर रही टीम से मेलजोल बनाएंगे। पार्टी द्वारा इन सभी स्वयंसेवकों को वेरिफाई कर आईडी कार्ड दिया जायेगा और सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में इन्हें भेजा जायेगा। ‘नमो स्वयंसेवक’ में नाम से ही स्पष्ट होता है नमो यानी नरेंद्र मोदी के नाम का प्रचार।
बीजेपी स्थापना दिवस पर होगा ‘कमलोत्सव’
(Kamlotsav will be held on BJP foundation day)
राजस्थान में बीजेपी के कुल आठ हज़ार 392 शक्ति केंद्र हैं। पहले चरण में एक से 13 अप्रैल तक नमो स्वयंसेवक फील्ड में जायेंगे। इसी बीच 6 अप्रैल को बीजेपी अपना स्थापना दिवस मनाएगी, जिसे ‘कमलोत्सव’ नाम दिया गया है। 6 अप्रैल को सभी बूथों पर सभी बूथ कमेटियों को झंडा लगाने के निर्देश दिए गए हैं। पार्टी ने पूरे अभियान को मॉनिटर करने के लिए सभी 33 जिलों से जुड़े 100 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं-नेताओं को दायित्व सौंपा है।
मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से बच रही भाजपा
वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ही राजस्थान में भाजपा का एकमात्र मजबूत चेहरा नजर आता हैं। हाल ही में पार्टी ने सतीश पूनिया को हटाकर सीपी जोशी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया हैं। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश में मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से बच रहा है। लेकिन पार्टी ने बूथ लेवल तक पीएम मोदी के चेहरे, अपने संगठन के दम, केंद्र सरकार की जनहित की योजनाओं, उपलब्धियों और बड़े लाभार्थी वर्ग के ज़रिए चुनाव में उतरने का फैसला किया है।
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