भारत में क्रिकेट के चाहने वालों की कोई कमी नहीं है। जब भी भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े फैंस की बात होती है तो हमारे जेहन में सबसे पहले सचिन के जबरा फैन ‘सुधीर गौतम’ और किसी समय टीम इंडिया के हर मैच में बाउंड्री लाइन पर दिखाई देने वाले ‘धर्मवीर पाल’ का नाम आता है। सचिन के रिटायर होने के बावजूद सुधीर गौतम आज भी भारतीय टीम के लगभग हर मैच में दिखाई देते है। लेकिन धर्मवीर पाल अब स्टेडियम में भी नजर नहीं आते। धर्मवीर क्रिकेट के बड़े प्रशंसकों में शुमार किये जाते है और खुद भी इस खेल के अच्छे खिलाड़ी है। लेकिन चलने में असमर्थ होने की वजह से वह खेल नहीं पाते।
दिव्यांग क्रिकेट में खेली 175 रनों की पारी
आपको जानकर हैरानी होगी कि, धर्मवीर छोटी उम्र से ही क्रिकेट के प्रति जुनूनी थे। महज 8 साल की उम्र में वह पोलियो का शिकार हो गए लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका प्रेम कभी कम नहीं हुआ। पोलियो की वजह से चलने में असमर्थ होने के बावजूद धर्मवीर ने दिव्यांगों के लिए हुए राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच में हिस्सा लिया। साथ ही उन्हें राज्य का कप्तान भी बनाया गया। इस दौरान उन्होंने शानदार 175 रनों की पारी खेल जमकर सुर्खियां बटोरी थी। बाद में वह लंबे समय तक टीम इंडिया के साथ बॉल ब्वॉय के तौर पर जुड़े रहे। इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के साथ कई देशों में जाकर अंतरराष्ट्रीय दौरे भी किये।
टीम इंडिया के साथ कई देशों का किया सफर
धर्मवीर ने टीम इंडिया के साथ ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, श्रीलंका, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के भी दौरे किये है। भारतीय टीम के कई अंतरराष्ट्रीय मैचों के गवाह बन चुके धर्मवीर अब बाउंड्री लाइन पर बॉल बॉय के रूप में दिखाई नहीं देते है। दरअसल भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने धर्मवीर को उनकी भूमिका से हटाने का फैसला किया। जिसके पीछे की वजह सोशल मीडिया पर की गई बीसीसीआई के खिलाफ आलोचनाओं की वजह से हुआ। जिसके बाद अब धर्मवीर बॉल बॉय के रूप में तो नहीं लेकिन टीम के साथ कई मैचों को देखने के लिए स्टेडियम में बतौर दर्शक जरूर नजर आते है।
हाथ पर बना टैटू दर्शाता है अटूट क्रिकेट प्रेम
आपको हैरानी कि धर्मवीर के हाथ में एक टैटू बना हुआ है, जिस पर लिखा हुआ है कि ‘क्रिकेट ही मेरे जीने की वजह है’। साल 2013 में जब सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया था तो उन्होंने धर्मवीर से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान सचिन ने धर्मवीर से कहा था कि ‘आप लोगों को देख कर ही क्रिकेट खेलने की हमारी भावनाएं और भी प्रबल होती है।’ बीसीसीआई द्वारा बाउंड्री से हटाए जाने के बाद भी धर्मवीर का क्रिकेट प्रेम कम नहीं हुआ है। दरअसल बीसीआई ने उन्हें हटाने का फैसला उस वक्त किया, जब सोशल मीडिया पर लोगों ने दिव्यांग व्यक्तियों को बॉल ब्वॉय के रूप में रखने की आलोचना की थी।
हर वक्त टीम का हौसला बढ़ाते है धर्मवीर
साल 2004 से क्रिकेट से जुड़े धर्मवीर कहते है कि, वह टीम इंडिया के हर खिलाड़ी को जानते है। धर्मवीर बताते है कि, सचिन पाजी, धोनी, युवराज, विराट सहवाग आदि सभी प्लेयर दिल के काफी अच्छे है। उनका मानना है कि, भले ही वह बॉल ब्वॉय नहीं है लेकिन स्टेडियम में टीम का हौसला बढ़ाते रहेंगे।
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