ऑस्ट्रेलिया के पैरालंपिक स्नोबोर्डर शॉन पोलार्ड (Sean Pollard) का जीवन किसी बुरे सपने जैसा रहा है। अपने जीवन में उन्होंने जो अनुभव किया है, वह आपको हैरत में डाल देगा। दरअसल शॉन पोलार्ड ने जीवन में घटित एक जानलेवा हादसे में अपने दोनों हाथ गंवा दिए थे। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और सभी के लिए एक मिसाल कायम की है। हादसों से उबरकर उन्होंने पैरालंपिक के स्नोबोर्डिंग गेम में देश का प्रतिनिधित्व किया और सफलता ने उनके कदमों को चूमा।
शार्क हमले में गंवा दिए अपने दोनों हाथ
जीवन में घटित उस हादसे के बारे में पोलार्ड बताते है कि ‘अक्टूबर 2014 का समय था जब वह गर्लफ्रेंड क्लेयर के साथ एस्पेरेंस की यात्रा पर गए हुए थे। इस दौरान उन्होंने अपने सर्फिंग प्रेम के चलते सर्फ करने का फैसला किया। इसी दौरान उन पर दो बड़ी सफेद शार्क ने हमला कर दिया जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए। हादसे के बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया जहां डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें 3 लीटर से अधिक खून की जरुरत थी, जो पूरी ना हो सकी।’
सर्फिंग छोड़ स्नोबोर्डिंग में बनाया करियर
पोलार्ड बताते है कि इस हादसे में उन्हें अपने दोनों हाथ गंवाने पड़े। उन्हें आज भी उन दोनों शार्क की काली और डरावनी आंखे भयभीत करती है, वह उन्हें नहीं भूल पाएंगे। हादसे के बाद पोलार्ड को उबरने में काफी समय लगा लेकिन जब वह इससे बाहर आये तो उन्होंने सर्फिंग से किनारा कर लिया। फिर साल 2015 में उन्होंने स्नोबोर्डिंग में करियर बनाने की ठानी जिसमें हाथों की नहीं बल्कि दोनों पैरों की जरुरत होती है। पोलार्ड अब इस खेल का खूब आनंद लेते है।
दुनिया के टॉप पैरा-स्नोबोर्डर में हुए शुमार
बता दे शॉन पोलार्ड दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग में हुए शीतकालीन पैरालंपिक में भाग ले चुके है। जिसमें उनका स्नोबोर्डिंग में प्रदर्शन काफी प्रभावी रहा था। उनके कड़े संघर्ष और जज्बे का ही परिणाम है कि वह आज दुनिया के टॉप पैरा-स्नोबोर्डर में शुमार किये जाते है। पोलार्ड खुद मानते है कि उनकी रिकवरी में स्नोबोर्डिंग काफी मददगार रहा है और वह इसे जीवनभर करते रहेंगे। बता दे हादसे के समय पोलार्ड 23 साल के थे और अब वह 29 वर्ष के हो चुके है।
यह भी पढ़े: मिलिए भारतीय एथलीट वरूण सिंह भाटी से, जिन्होंने पैरा हाईजंप में बढ़ाया तिरंगे का मान
यह भी पढ़े: स्केटिंग में विश्व रिकॉर्ड रखते है चंदीप सिंह सूडान, 11 की उम्र में खो दी थी दोनों भुजाएं