पूरा देश कोरोना नाम की महामारी से जूझ रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर पुणे की वायरलॉजिस्ट मीनल दाखवे भोंसले चर्चा का विषय बन गई है। उनकी हर तरफ तारीफे हो रही है और हर कोई उनके बारे में अधिक से अधिक जानना चाहता है। जानना चाहे भी क्यों नहीं आखिर उन्होंने काम ही सराहनीय किया है। दरअसल मीनल दाखवे ने अपनी प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में भी देशसेवा करते हुए अपनी टीम के साथ मिलकर कोरोना वायरस जांच किट तैयार की है।
विदेशी किट से सस्ती है स्वदेशी कोरोना किट
मीनल दाखवे की यह किट इसलिए भी खास है क्योंकि इसकी मदद से महज 1200 रुपये प्रति व्यक्ति खर्च में कोरोना टेस्ट किया जा सकता है। यही नहीं पुणे की डायग्नोस्टिक फर्म माइलैब डिस्कवरी सॉल्युशंस द्वारा बनाई गई इस किट की मदद से 100 सैंपल टेस्ट किए जा सकते हैं। वही विदेशी किट से टेस्ट का खर्च 4500 रुपये आ रहा था। बता दे मीनल माइलैब डिस्कवरी सॉल्युशंस के लिए काम कर रही है। उन्हीं के नेतृत्व में यह स्वदेशी कोरोना किट तैयार की गई है।
10 लोगों की टीम ने तैयार की कोरोना किट
जब मीनल इस किट को बनाने के लिए काम कर रही थी तो वह प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में थी। पिछले हफ्ते ही उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया है। मीडिया से बातचीत में मीनल ने बताया कि ‘उनकी टीम में 10 सदस्य थे और सभी ने इसे चुनौती की तरह लिया। आखिरकार टीम ने प्रोजेक्ट पूरा किया और टेस्टिंग किट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी को 18 मार्च को सौंप दी। बता दे कुछ दिन पहले ही सरकार की तरफ से इस फर्म को किट बनाने की मंजूरी मिली थी।
फिलहाल माइलैब डिस्कवरी सॉल्युशंस प्रतिदिन 15 हजार टेस्ट किट का उत्पादन करने की क्षमता रखती है। क्षमता बढ़ाई जाये तो प्रतिदिन उत्पादन 25 हजार टेस्ट किट तक किया जा सकता है। अब देखना होगा कि भारत में कोरोना किस कदर तक तबाही मचाता है या समय रहते इस पर काबू पा लिया जायेगा।
यह भी पढ़े: COVID-19 की जंग में देशसेवा कर रहा टी-20 विश्वकप विजेता टीम का हीरो, ICC ने ठोका सलाम