भारत की स्टार महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम (MC Mary Kom) इस साल होने वाली मुक्केबाजी महिला विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगी। मैरीकॉम ने चोट के चलए यह फैसला लिया हैं। मैरीकॉम भारत की शान हैं। वह छह बार की विश्व चैंपियन महिला मुक्केबाज हैं। जिनके नाम और उपलब्धियों से एक नहीं कई दफा देश को गर्व हुआ हैं। 40 वर्षीय मैरीकॉम के वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में नहीं दिखने से उनके चाहने वाले काफी उदास रहेंगे।
मैरीकॉम विश्व चैंपियनशिप में कुल आठ पदक जीत चुकी है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ठीक होने की उम्मीद कर रही हैं। मैरीकॉम ने कहा कि वह इस साल एक मई से 14 मई तक उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित होने वाली आईबीए विश्व चैंपियनशिप में चोट की वजह से हिस्सा नहीं लेंगी। स्टार मुक्केबाज ने उम्मीद व्यक्त की है कि देश को आने वाले इस बड़े टूर्नामेंट से और अधिक चैंपियन मिल सकते हैं। इसके लिए वह सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देती हू।
गौरतलब है कि पिछले साल बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स से भी मैरीकॉम चोट की वजह से बाहर हो गई थी। उनका बायां घुटना 48 किग्रा सेमीफाइनल के शुरुआती दौर के कुछ मिनटों में ही मुड़ गया था। उस दौरान मैरीकॉम बाउट के पहले ही राउंड में एक मुक्के से बचने के प्रयास में कैनवास पर गिर गई थी।
मैरीकॉम के करियर की उपलब्धियां
(Mary Kom career achievements)
- पहली सात विश्व चैंपियनशिप में से प्रत्येक में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज।
- आठ विश्व चैम्पियनशिप पदक जीतने वाली एकमात्र मुक्केबाज (पुरुष या महिला) हैं।
- दक्षिण कोरिया के इंचियोन में 2014 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज।
- 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज हैं।
- 2021 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक भी अपने नाम किया।