अविश्वसनीय रूप से कठिन पहेलियों के साथ अपने दिमाग की कसरत करें। साथ ही अपने विश्लेषणात्मक कौशल का परीक्षण करें। नीचे दी गई मजेदार पहेलियां आपके सोचने की क्षमता के साथ-साथ आपके ज्ञान को बढ़ाने में काफी मदद करती हैं। चलिए हिंदी पहेलियों के पहले क्रमांक में आगे बढ़ते हैं…
- लाल-लाल आँखें, लंबे- लंबे कान, रुई का फुहासा …बोलो क्या है उसका नाम ?
उत्तर: खरगोश
- तीन अक्षर का शहर हूँ …विश्व में प्रसिद्ध हूँ। अंत कटे तो आग बन जाऊँ, मध्य कटे तो आरा कहलाऊँ।
उत्तर: आगरा
- हरी हरी मछली के हरे हरे अंडे। जल्दी से बूझो पहेली …नहीं तो पड़ेंगे डंडे।
उत्तर: मटर
- दुम कटे तो सीता, शीश कटे तो मित्र। बीच कटे तो खोपड़ी …पहेली है बड़ी विचित्र।
उत्तर: सियार
- सुबह सवेरे आता हूँ, शाम ढले चल जाता हूँ। मुझे देखकर दिन की शुरुआत, सभी को रोशन कर जाता हूँ।
उत्तर: सूरज
- शुरू कटने से हूँ मैं पशु, बीच कटे पर काम। आखिर कटे तो पक्षी होता …बताओ मेरा नाम।
उत्तर: कागज
- शुरू कटने से हूँ मैं पशु, बीच कटे पर काम। आखिर कटे तो पक्षी होता बताओ मेरा नाम।
उत्तर: कागज
- शरीर है, इसका लंबा-लंबा, मुख है, कुछ-कुछ गोरा। पेट में जिसके है काली डंडी, नाम लिखे हैं वो मेरा।
उत्तर: पेंसिल
- धरती में मैं पैर छुपाता, आसमान में शीश उठाता। हिलता पर कभी न चलता, पैरों से हूँ भोजन खाता।
उत्तर: पेड़
- डिब्बा देखा एक निराला, ना ढक्कन ना ताला। ना है पेंदी, ना है कोना, बंद है उसमें चाँदी सोना।
उत्तर: अंडा