क्रिकेट की दुनिया में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी हुए हैं। हर खिलाड़ी देश के लिए अपना सबसे बेहतर प्रदर्शन करना चाहता हैं। ..और यदि वह उसका डेब्यू मैच हो तो खुशी में चार चांद ही लग जाए। ऐसी ही खुशी महसूस की होगी ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑफ स्पिन गेंदबाज जेसन क्रेजा (Jason Krejza) ने। जिन्होंने 6 नवंबर 2008 को भारत के खिलाफ टेस्ट मुकाबले से अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया। यह मुकाबला उनके करियर में अर्श से फर्श तक ले जाने वाला साबित हुआ। हुआ कुछ ऐसा था कि मैच में जेसन क्रेजा (Jason Krejza) ने शानदार तरीके से 8 विकेट तो निकाले, लेकिन रन खर्च करने में भी वह अव्वल रहे।
डेब्यू मैच में टीम इंडिया को किया पस्त
विकेट के मामले में उस समय ऑस्ट्रेलिया के लिए जेसन क्रेजा चौथे खिलाड़ी साबित हुए, जिन्होंने डेब्यू मैच में सर्वाधिक विकेट चटकाने में सफलता हासिल की। यह मुकाबला भारत के नागपुर में हुआ था, जिसमें सचिन, गांगुली, सहवाग और लक्ष्मण जैसे स्टार बल्लेबाजों से सजी भारतीय टीम ने एक नए-नवेले कंगारु गेंदबाज की फिरकी के आगे घुटने टेक दिए। हालांकि, इन सब खिलाड़ियों ने क्रेजा की जमकर कुटाई की। लेकिन लंबे समय तक टिके नहीं रह सके।
अच्छा और बुरा दोनों रिकॉर्ड एक साथ
जेसन क्रेजा की खतरनाक गेंदबाजी ने पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को मैच के दूसरे दिन (7 नवंबर 2008) ही समेटने में अहम भूमिका अदा की। जेसन ने टीम इंडिया के आठ शानदार विकेट तो अपने खाते में दर्ज किये लेकिन इसके लिए उन्होंने 43.5 ओवर फेंके और 215 रन खर्च कर डाले। इसी के साथ वह डेब्यू में सर्वाधिक विकेट लेने वाले चौथे कंगारु भी बने और साथ ही डेब्यू मैच में सर्वाधिक रन खर्च करने वाले कंगारु गेंदबाज भी बन गए।
सिर्फ 2 ही टेस्ट मैच खेले जेसन क्रेजा
मैच की दूसरी पारी में जेसन क्रेजा (Jason Krejza) ने 31 ओवर फेंके। जिसमें उन्होंने 143 रन खर्च कर 4 विकेट अपने नाम किये। इस तरह वह पूरे मैच में 358 रन खर्च कर 12 विकेट अपने खाते में दर्ज करने में सफल रहे। यह मैच जेसन के लिए सबसे अच्छा और सबसे ख़राब भी साबित हुआ। इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के लिए एक और टेस्ट खेलने का अवसर मिला। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए कुल 2 ही टेस्ट खेले जिसमें 13 विकेट अपने खाते में शामिल कर लिए।
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