देश में आज भी कई ऐसे एथलीट्स है जिन्हें प्रभावी प्रदर्शन के बावजूद भी अधिकतर लोग नहीं जानते है। एक ऐसे ही एथलीट है वरूण सिंह भाटी। जिन्होंने साल 2016 में आयोजित हुए रियो पैरालंपिक गेम्स में पुरुषों की हाई जंप T-42 इवेंट में 1.86 मीटर जंप के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया था। बचपन में ही पोलियो का शिकार हो गए वरुण में स्कूल के दिनों से ही एक अच्छे एथलीट बन गए थे। पोलियो की समस्या को उन्होंने अपनी कमजोरी बनने नहीं दिया।
बास्केटबॉल प्लेयर के रूप में की थी करियर की शुरुआत
स्कूल के दिनों में वरुण ने बैंगलोर स्तिथ भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में प्रशिक्षण हासिल किया। यही से उन्हें खेल करियर में आगे बढ़ने की सकारात्मक हिम्मत मिली। उत्तर प्रदेश के रहने वाले वरुण का जन्म 13 फरवरी 1995 को ग्रेटर नोएडा में हुआ था। 25 वर्ष की उम्र पार कर चुके वरुण भले ही आज हाई जंप के शानदार खिलाड़ी बन चुके हो लेकिन उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक बास्केटबॉल प्लेयर के रूप में की थी लेकिन बाद में हाईजंप को अपनाया।
वरुण के करियर की कुछ बड़ी उपलब्धियां
- साल 2012 में 1.60 मीटर के साथ लंदन पैरालंपिक्स के लिए ‘A’ क्वॉलिफिकेशन मार्क हासिल किया।
- वरुण सिंह भाटी ने साल 2014 चाइना ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
- 2016 रियो पैरालम्पिक खेलों में पुरुषों की हाई जंप की T-42 स्पर्धा में 1.86 मीटर जंप के साथ कांस्य पदक जीता।
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2017 में राष्ट्रीय खेल दिवस पर वरुण भाटी को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया।
- आईपीसी एथलेटिक्स एशिया-ओशेनिया चैंपियनशिप 2016 में में स्वर्ण पदक जीता और 1.82 मीटर जंप के साथ नया एशियाई रिकॉर्ड कायम किया।
- साल 2016 आईपीसी एथलेटिक्स एशिया-ओशेनिया चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतकर 2016 रियो ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने में मिली सफलता।
- साल 2017 में लंदन में हुए वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में T-42 हाई जंप इवेंट में 1.77 मीटर जंप के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
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