Indian Equestrian Athlete Divyakriti Singh: ‘दिव्यकृति सिंह’ भारत की महिला घुड़सवार एथलीट है। वह राजस्थान की राजधानी जयपुर की रहने वाली है। गुलाबी नगरी जयपुर ही उनका जन्मस्थल है। राजस्थान की इस बेटी को केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय ने देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों में से एक ‘अर्जुन अवॉर्ड’ के लिए नामित किया है। नए साल 2024 के जनवरी महीने की 9 तारीख को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू उन्हें यह सम्मान राष्ट्रपति भवन में देगी।
41 साल बाद दिलाया स्वर्ण पदक
‘दिव्यकृति सिंह’ करीब 41 साल के लंबे अंतराल के बाद देश को घुड़सवारी में ऐतिहासिक ‘स्वर्ण पदक’ दिलाने वाली भारत की ‘घुड़सवारी ड्रेसाज टीम’ की सदस्य रही है। उन्होंने चीन में आयोजित हुए Asian Games 2022 में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। इसका इनाम उन्हें Arjun Award के रुप में मिलेगा। नवंबर 2023 में सऊदी अरब के रियाद में हुए अंतरराष्ट्रीय ड्रेसाज प्रतियोगिता में Divyakriti Singh ने एक रजत और दो कांस्य पदक हासिल किये थे।
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राजस्थान की बेटी का कारनामा
साल 2023 में ‘अर्जुन अवॉर्ड’ के लिए नामित होने वाली Divyakriti Singh राजस्थान की एकमात्र एथलीट है। यह सूचना सामने आने के बाद ‘दिव्यकृति सिंह’ ने खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि ‘यह एक सुखद अनुभव है। अपन घोड़ों और अपने कोच का आभार, जिनकी इस सफलता में अहम भूमिका रही है।’
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विरासत में मिला घुड़सवारी का खेल
22 अक्टूबर 1999 को जयपुर में जन्मी ‘दिव्यकृति सिंह’ की स्कूली शिक्षा मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल,अजमेर, राजस्थान से हुई। इसके बाद उन्होंने जीसस एंड मैरी कॉलेज (जेएमसी), दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया। उनके पिता का नाम ‘विक्रम सिंह राठौड़’ और माता का नाम ‘श्रीमती अलका तेजसिंह’ है। उनका एक बड़ा भाई है जिसका नाम ‘दिग्विजय सिंह’ है। दिव्यकृति को घुड़सवारी की सीख विरासत में मिली। उनके पिता राजस्थान पोलो संघ से जुड़े रहे हैं।