हेलो दोस्तो अगर आप यह जानना चाहते है कि आप बार-बार जल्दी बीमार क्यो पड़ जाते है। या फिर इस बार बार बीमार पड़ने की वजह क्या है। तो आज हम आपके लिए इस आर्टिकल में इस सवाल का जबाव बताने जा रहे है। इसका मुख्य कारण यह है कि जब आपके शरीर की इम्यूनिटी यानी कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही कम हो जाती है तो हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते है। ऐसे में हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियां जन्म लेने लगती है जिनका नकारात्मक असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया हमारे शरीर पर घातक वार करते है।
यदि आप अपने शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते है तो आपको कॉर्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स आदि की मात्रा को शरीर में बढ़ाना होगा। इत्यादि चीजो की कमी हो जाने के कारण हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है और अनेक प्रकार की बीमारियाँ उत्पन्न हो जाती है। शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण चीजों का सेवन आवश्यक है जिनमें से कुछ के उदारहण हम नीचे बता रहे है।
लाभदायक है मशरूम का सेवन
मशरूम एक कवक है जिसका सेवन सब्जी के रूप में किया जाता है। मशरूम में सेलेनियम नामक मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट तत्व विटामिन बी, नाइसीन नामक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जिससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और हम बीमारियों से बचते है। इसका सेवन हमारे शरीर में पाए जाने वाली श्वेत रक्त कणिकाएँ को सक्रिय रखने में मदद करता है जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक होती है।
मजबूती देता है पालक का सेवन
पालक एक हरी पत्तेदार सब्जी है जो हमारे शरीर मे होने वाली बीमारियों से कमी को पूरा करती है। पालक में विटामिन की मात्रा भरपूर रहती है। विटामिन हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक है हरी सब्जियों में सबसे ज्यादा विटामिन पालक में ही पाया जाता है। जो हमारे शरीर में होने वाली बीमारियों से लड़ने की क्षमता रखते है पालक में फोलेट नामक तत्व उपस्थित रहता है जो शरीर की कोशिकाओं को मजबूती प्रदान कराता है।
इम्यूनिटी बढ़ाता है दाल का सेवन
दाल हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक है। इनमें सबसे ज्यादा प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। प्रोटीन शरीर के लिए बहुत महत्व रखता है। हमारे शरीर में पाए जाने वाली कोशिकाओं की बाहरी सतह प्रोटीन की ही बनी होती है। जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है बाहरी बीमारियों का आगमन होने लगता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता तन्त्र प्रभावित होता है। हमे रोग-प्रतिरोधक क्षमता तंत्र को मजबूत बनाये रखने के लिए भोजन में दालो का सेवन जरूर करना चाहिए।
तनाव से लड़ने में सहयक बादाम
बादाम शरीर मे पाए जाने वाले बी-टाइप की कोशिकाओं की संख्या बढ़ाने में काम करता है। ये कोशिकाएं हमारे शरीर मे एंटीबॉडीज का निर्माण करती है जो शरीर मे पाए जाने वाले हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करने में सहायता करती है। बादाम में पाए जाने वाला विटामिन-ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है जोकि त्वचा को स्वस्थ रखने के साथ शरीर में पड़ने वाली झुर्रियों की प्रकिया को धीमा करने में सहायता करता है। साथ ही यह ह्रदय से संबंधित बीमारियों से भी बचाव करता है। बादाम खाने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता ही नही बल्कि मानसिक तनाव से भी लड़ने की ताकत मिलती है।
काफी गुणकारी है लहसुन का सेवन
लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जोकि हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मददगार होता है। अपने भोजन में लहसुन का प्रयोग सभी को पूर्ण रूप से करना चाहिए क्योंकि लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है जो शरीर में होने वाली बीमारियों को रोकता है।
रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें
आपकी जानकारी के लिए बता दे कम नींद लेने पर भी शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसलिए हर व्यक्ति को भरपूर नींद लेनी चाहिए। इसके अलावा रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए दिनचर्या में योग को शामिल करना चाहिए। वही हरी सब्जियां, फल और ड्राईफ्रूट्स का नियमित सेवन भी हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक होता है। साथ ही रोजाना कुछ समय के लिए धूप में बैठना भी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक है।
Writing: Govind Arya
Editing: Akash Agrawal