Happy Birthday Syed Kirmani-29 दिसंबर
सैयद किरमानी (Syed Kirmani) भारत के पूर्व विकेट-कीपर बल्लेबाज हैं। आज 29 दिसंबर को वह अपना जन्मदिन मना रहे हैं। इसी के साथ वह अपने जीवन के 77 वर्ष पूर्ण कर 78वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। उन्हें भारत सरकार द्वारा ‘पदम् श्री’ के सम्मान से नवाजा जा चुका हैं। सैयद किरमानी (Syed Kirmani) का पूरा नाम ‘सैयद मुजतबा हुसैन किरमानी’ हैं। भारत के मद्रास (अब चेन्नई) में जन्मे सैयद किरमानी ने भारत के लिए इंटरनेशनल और कर्नाटक के लिए घरेलु मैच खेले। आज उनके जन्मदिन के अवसर पर इस लेख में जानेंगे उनके क्रिकेट करियर और उनके जीवन के अन्य दिलचस्प पहलुओं के बारे में…
सैयद किरमानी का इंटरनेशनल करियर
(International career of Syed Kirmani)
किरमानी ने भारतीय क्रिकेट में दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज की जिम्मेदारी निभाई। उन्होने 24 जनवरी 1976 के खिलाफ न्यूलीजेंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। इसके कुछ दिनों बाद ही 21 फरवरी 1976 को ही भारत के लिए न्यूलीजेंड के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। उस समय टी-20 फॉर्मेट नहीं हुआ करता था। किरमानी का अंतिम टेस्ट 2 जनवरी 1986 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और अंतिम वनडे 12 जनवरी 1986 को इसी टीम के खिलाफ था। सैयद किरमानी भारत के लिए टेस्ट कैप पहनने वाले 138वें और वनडे कैप पहनने वाले 17वें क्रिकेटर थे।
सैयद किरमानी के टेस्ट व वनडे आंकड़े
(Syed Kirmani Test & Odi Statics)
विकेटकीपर बल्लेबाज ने भारत के लिए अपने करियर में 88 टेस्ट में 2759 रन बनाये। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 12 अर्धशतक निकले। उनके इन रनों में 246 चौके और 3 छक्कों का अहम योगदान रहा। वही वनडे करियर में किरमानी ने भारत के लिए 49 मैच खेले। जिसमें उनके नाम 24 चौकों की मदद से कुल 373 रन दर्ज हैं। किरमानी का वनडे में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नाबाद 48 रन और टेस्ट में 102 रन का रहा हैं।
सैयद किरमानी के विकेट-कीपिंग आंकड़े
(Syed Kirmani wicket-keeping statistics)
टेस्ट क्रिकेट में सैयद किरमानी के खाते में 160 कैच और 38 स्टंपिंग दर्ज हैं। वही वनडे में 27 कैच-1 रन आउट और 9 स्टंपिंग दर्ज हैं।
1983 विश्व कप विजेता टीम के थे सदस्य
(Member of the 1983 World Cup winning team)
कपिल देव की कप्तानी में भारत ने पहला विश्वकप खिताब जीता था। सैयद किरमानी उसी टीम के मुख्य विकेटकीपर थे। उन्होंने इस टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर का खिताब भी अपने नाम किया था। किरमानी निचले क्रम के विश्वसनीय बल्लेबाज हुआ करते थे। उन्होंने 1983 के विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ कपिल देव के साथ नौवें विकेट के लिए 126 रन की साझेदारी निभाई थी। जिसमें किरमानी के 26 रन थे। यह साझेदारी उस वक्त काफी अहम थी।
किरमानी का फ़िल्मी करियर
(Syed Kirmani Film Career)
क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद सायद किरमानी ने फिल्मों में भी हाथ आजमाया। उन्होंने विजय सिंह के निर्देशन में बनी फिल्म ‘कभी अजनभी’ में एक अंडरवर्ल्ड डॉन की भूमिका निभाई थी। यह फिल्म सन 1985 में सिनेमाघरों में रिलीज की गई थी। फिल्म में उनके साथ साथी क्रिकेटर संदीप पाटिल भी थे। इसके अलावा किरमानी ने एक मलयालम फिल्म में भी काम किया। जिसमें उनका एक छोटा सा कैमियो था। यह फिल्म क्रिकेट से जुड़ी काल्पनिक कहानी पर बेस्ड थी।
2000 के दशक में सैयद किरमानी ने भारतीय क्रिकेट की चयन समिति के सदस्य के रूप में भी कार्य किया। उन्हें 1822 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। जिसके बाद से आज तक सायद किरमानी को ‘पद्म श्री सैयद मुजतबा हुसैन किरमानी’ के नाम से जाना जाता रहा हैं।