Rajasthan Assembly Election 2023: आधुनिक युग में भूत-प्रेत की बातें करना बेकार सी लगती हैं। लेकिन राजस्थान के विधानसभा भवन को लेकर एक डर हैं, जो काफी समय से व्याप्त है। राजस्थान विधानसभा के भवन को लेकर नेताओं से लेकर आम लोगों में यह डर व्याप्त हैं कि यहां भूत-प्रेतों का साया हैं। यही नहीं जब से यह नया विधानसभा भवन बना है, तब से एक चीज देखने को मिली हैं और वो यह हैं कि इस भवन में प्रदेश के सभी 200 विधायक एक साथ कभी नहीं बैठे हैं। यह डर फैला हुआ है जो आज भी अनसुलझी गुत्थी बना हुआ है। इस डर को हर कोई अपने-अपने तरीके से इसे परिभाषित करता है लेकिन अभी तक भी यह डर कायम है।
22 सालों से राजस्थान विधानसभा में हैं भूत!
बीते 22 सालों से प्रदेश के लोगों में यह डर व्याप्त है कि विधानसभा की नई बिल्डिंग में भूतों का साया बना हुआ है। अक्टूबर 2022 में दिग्गज कांग्रेस नेता भंवरलाल शर्मा के निधन के बाद भी यह मामला एक बार फिर मीडिया की चर्चाओं में आया था। प्रदेश की मौजूदा 15वीं विधानसभा में भी 6 विधायकों की मौत ने इस डर को कायम रखा है। इससे पहले 14वीं विधानसभा के कार्यकाल में भी विधायक की मौत से यह मामला मीडिया की ख़बरों में ज्वलंत बना रहा था।
विधानसभा के कई सदस्य तो इस नई बिल्डिंग को अशुभ भी बताते हैं। कई विधायक यहां हवन पूजा कराने और वास्तु दोष सुधारने की भी मांग भी कर चुके हैं। 15वीं विधानसभा के दौरान वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 6 विधायकों की मौत हो चुकी है, जिसमें एक महिला विधायक भी थी। कोरोना काल में मंत्री और सुजानगढ़ से कांग्रेस विधायक मास्टर भंवरलाल, राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी, सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी, वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत और धरियावद से भाजपा विधायक गौतमलाल मीणा का निधन हुआ था। इन पांच विधायकों का निधन होने के बाद उपचुनाव हुए और पांच नए विधायक चुने गए। इस तरह इस अजीब संयोग की वजह से राजस्थान विधानसभा में कभी भी 200 विधायक पूरे नहीं रहे।
विधायक ने कहा- ‘विधानसभा में भूतों का साया’
इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में कई बार बहस हो चुकी है। पिछली बार वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री कार्यकाल में भी मुण्डावर से भाजपा विधायक धर्मपाल चौधरी का निधन हुआ था। तब सरकारी सचेतक रहे कालूलाल गुर्जर ने सरकार से वास्तु दोष दूर करने के लिए हवन कराने की मांग की थी। तत्कालीन विधायक हबीबुर्रहमान का कहना था कि विधानसभा में भूतों का साया (Ghosts in Rajasthan Assembly) होने से यहां कभी भी 200 विधायकों की सीटें पूरी नहीं भरती।
राजस्थान विधानसभा के पास है श्मशान
राजस्थान विधानसभा का निर्माण 1994 में शुरू हुआ था और मार्च 2001 में यह भवन बनकर तैयार हुआ। 16.96 एकड़ भूमि पर बना यह भवन देश के आधुनिक विधानसभा भवनों में शुमार है। यहां 260 सदस्य बैठने की क्षमता है। इसी तरह की क्षमता वाला एक हॉल पांचवी मंजिल पर भी बना है। यह बात बेहद कम लोगों को पता है कि विधानसभा भवन के निकट ही सटाकर एक श्मशान स्थल है। इसी श्मशान को लेकर लोग भवन पर सवाल उठा रहे हैं। इस नई बिल्डिंग से पहले यह विधानसभा हवामहल के पास स्थित सवाई मानसिंह टाउनहाल में संचालित होता था।
यह भी पढ़े:
कैसे देखें एशिया कप की फ्री लाइव स्ट्रीमिंग। How To Watch Asia Cup 2023 Live Streaming Free