महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम ने कई बड़ी सफलताएं हासिल की है। कप्तान के रूप में धोनी ने टीम इंडिया को आईसीसी के लगभग सभी बड़े खिताब जिताये है। लेकिन पूर्व कोच गैरी कर्स्टन के कार्यकाल में उनका कप्तान के रूप में सबसे अच्छा समय रहा। उन्ही के कार्यकाल में धोनी ने 2010 एशिया कप और फिर 28 साल बाद वनडे विश्व कप का खिताब जिताया। अब यूट्यूब पर ‘आरके’ शो में गैरी कर्स्टन ने धोनी को लेकर अपनी राय रखी है।
सभी के लिए अच्छा था धोनी का व्यवहार
गैरी कर्स्टन ने धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि ‘न सिर्फ उन्होंने टीम को तीन बड़े खिताब जिताये, बल्कि टीम के खिलाड़ी व सपोर्टिंग स्टाफ के साथ भी उनका व्यवहार तारीफ के काबिल था। कर्स्टन ने अपने कोचिंग समय के एक वाकये को याद करते हुए बताया कि एक बार धोनी ने कोच के चलते फ्लाइट स्कूल जाने से मना कर दिया था। कर्स्टन ने बताया कि उस वक्त विश्व कप से ठीक पहले हमें पूरी टीम के साथ बेंगलुरू में फ्लाइट स्कूल जाना था।
विदेशी स्टाफ से भी था धोनी का अपनापन
पूर्व कोच ने बताया कि पूरी टीम को उस वक्त फ्लाइट स्कूल को देखने के लिए इनवाइट किया गया था। टीम में कुछ विदेशी स्टाफ भी था और हमें सुबह पूरी टीम के साथ वहां जाना था। ऐसे में सभी वहां जाने के लिए एक्साइटेड थे। टीम स्टाफ में तीन साउथ अफ्रीकी, पैडी अप्टन, एरिक सीमन्स और वे खुद थे। लेकिन सुरक्षा के लिहाज से फ्लाइट स्कूल में एंट्री के लिए हम विदेशियों को परमिशन नहीं दी जा रही थी। बाद में धोनी ने भी इस प्रोग्राम में जाने से मना कर दिया।
दरअसल, धोनी ने प्रोग्राम को इसलिए कैंसिल करवा दिया क्योंकि विदेशी कोचिंग स्टाफ को वहां की परमिशन नहीं दी जा रही थी। धोनी का कहना था कि ये मेरे लोग हैं। अगर इन्हें परमिशन नहीं मिलेगी तो हम में से कोई भी नहीं जा रहा है।
22 की उम्र में दुनिया छोड़ गई जापान की प्रो रेसलर हाना किमूरा, पढ़िए उनसे जुड़ी कुछ खास बातें