Commowealth Games 2022: बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पूजा सिहाग (Pooja Sihag) ने कुश्ती में कांस्य पदक जीता हैं। उन्होंने फ्रीस्टाइल 76 किलो वर्ग में ऑस्ट्रेलिया की नाओमी डी ब्रुईन को 11-0 से हराया। पूजा सिहाग नांदल हरियाणा के रोहतक में गढ़ी बोहर गांव की बहू हैं। उनकी जीत पर शनिवार को ससुराल वाले खुशी से झूमने लगे। ससुर बिजेंद्र नांदल मैच देखते समय बहुत गंभीर थे। जैसे ही पूजा ने ऑस्ट्रेलिया की विपक्षी खिलाड़ी को 10-0 से चित किया तो टीवी रूम एक दम से तालियों और हंसी की आवाज से गूंज उठा। सास-ससुर समेत सभी परिजन एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर करते रहे।
20 से ज्यादा बार ‘भारत केसरी’ का खिताब
पूजा सिहाग (Pooja Sihag) के पति अजय नांदल ने बताया कि शादी के बाद भी पूजा ने अभ्यास करना नहीं छोड़ा। वह सुबह शाम नियमित तौर पर अभ्यास करती है। पूजा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इससे पहले भी बहुत पदक जीते हैं। कजाकिस्तान में सीनियर एशियन गेम्स में 76 किलोग्राम भारवर्ग में पूजा ने कांस्य पदक जीता था। यही नहीं, पूजा 20 से अधिक बार ‘भारत केसरी’ का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। पूजा बोहर स्थित इंद्रदेव कुश्ती अकादमी में कोच मनजीत नांदल व देवेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रही हैं।
पूजा के पति अजय भी हैं पहलवान
पूजा के पति अजय नांदल (Ajay Nandal) वर्ष 2010 से पहलवानी कर रहे हैं। अजय ने पहलवानी की शुरुआत गांव के अखाड़े से की। दो साल बाद वह देव कॉलोनी स्थित मेहर सिंह अखाड़े में पहलवानी के गुर सीखने लगे। हाल में अजय सीआईएसएफ (CISF) में कार्यरत हैं।
28 नवंबर को हुई थी लव मैरिज
पूजा के पति अजय नांदल ने बताया कि 28 नवंबर को उनकी शादी हुई है। दोनों 2014 में स्कूल नेशनल गेम्स में उज्जैन में मिले थे। दोनों ने परिजनों की सहमति से सात साल के लंबे इंतजार के बाद लव मैरेज की। पदक जीतने के बाद खुशी के कारण भावुक हुई सास सुनीता ने कहा कि बेटी पूजा ने बहुत मेहनत की है। जिसका आज उसको फल मिला है। पूजा की जीत पर बहुत ज्यादा गर्व है। पूजा ने देश का नाम रोशन किया है।
डाइट के लिए ससुराल में हर वक्त रखते हैं दो भैंस
पूजा के ससुर बिजेंद्र किसान हैं और सास सुनीता गृहिणी हैं। पूजा की डाइट का सुसराल में भी विशेष ध्यान रखा जाता है। ससुर बिजेंद्र ने बताया कि दूध-घी की व्यवस्था के लिए घर में हर वक्त दो भैंस रखते हैं।