बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2022) में वेटलिफ्टर हरजिंदर कौर (Harjinder Kaur) ने 71 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता है। उन्होंने कुल 212 किलोग्राम वजन उठाकर देश की झोली में नौवां पदक डाला। हरजिंदर ने फाइनल में स्नैच राउंड में 93 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 119 किलोग्राम वजन उठाया। वही, इंग्लैंड की सारा डेविस (Sarah Davies) ने कुल 229 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। कनाडा की एलेक्सिस एशवर्थ ने 214 किलोग्राम वजन उठाया और रजत पदक अपने नाम किया।
राष्ट्रमंडल खेलों के चौथे दिन सोमवार को भारत ने जूडो में भी दो पदक हासिल किए। सुशीला देवी ने रजत पदक और विजय यादव ने कांस्य पदक जीता। भारत को अब तक हासिल हुए कुल नौ पदकों में से सात पदक वेटलिफ्टिंग में मिले हैं। महिला वेटलिफ्टिंग में अपने-अपने भारवर्ग में मीराबाई चानू ने स्वर्ण, बिंदियारानी देवी ने रजत और हरजिंदर कौर ने कांस्य पदक जीता हैं। वहीं, पुरुषों में अपने-अपने भारवर्ग में अचिंता शेउली और जेरेमी लालरिनुंगा ने स्वर्ण, संकेत सरगर ने रजत और गुरुराजा पुजारी ने कांस्य पदक जीत देश का नाम रोशन किया हैं।
ऐसा रहा वेटलिफ्टर हरजिंदर कौर का मुकाबला
स्नैच में हरजिंदर ने पहले प्रयास में 90 किग्रा भार नहीं उठा सकीं। दूसरे प्रयास में उन्होंने 90 और तीसरे में 93 किग्रा भार उठा लिया। 93 किग्रा उनका पर्सनल बेस्ट भी है। इस तरह स्नैच राउंड में उनका स्कोर 93 किग्रा रहा। क्लीन एंड जर्क में हरजिंदर ने पहले प्रयास में 113 किग्रा, दूसरे में 116 किग्रा और तीसरे में 119 किग्रा भार उठाया। इस तरह क्लीन एंड जर्क राउंड में उनका स्कोर 119 किग्रा रहा।
भाग्य ने दिया हरजिंदर कौर का साथ
हरजिंदर कौर (Harjinder Kaur) ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क राउंड मिलाकर कुल 212 किग्रा वजन उठाया। वही उनकी विरोधी एथलीट एलेक्सिस एशवर्थ ने 214 किग्रा भार उठाया था। ऐसे में हरजिंदर का कांस्य जीतना मुश्किल प्रतीत हो रहा था। तब नाइजीरिया की जोए ओगबोने और इंग्लैंड की सारा डेविस का मुकाबला हुआ और खेल यही से पलट गया। दोनों के बीच स्वर्ण पदक के लिए कड़ा मुकाबला था लेकिन नाइजीरिया की जो ओगबोने प्रयास में नाकाम रही।
नाइजीरिया की जो ओगबोने ने स्नैच राउंड में 100 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 125 किग्रा के लिए अपना नाम दिया था। वह तीनों प्रयास में नाकाम रहीं। इस तरह हरजिंदर का पदक पक्का हो गया। अब सारा डेविस का नंबर आया। उनका पहला प्रयास तो असफल रहा, लेकिन दूसरे में उन्होंने 126 किग्रा भार उठाकर अपना कुल स्कोर 229 किग्रा कर दिया। इस तरह वह स्वर्ण जीतने में कामयाब हो गई। यदि सारा के प्रयास नाकाम होते तो हरजिंदर रजत जीतती।