भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अब महिला क्रिकेटरों की फीस पुरुष क्रिकेटरों के बराबर करने का एलान कर दिया हैं। बोर्ड सचिव जय शाह (jay shah) ने इस बात की पुष्टि की हैं। इससे पहले न्यूजीलैंड में भी यह नियम लागू हो चुका हैं। बीसीसीआई के इस फैसले को महिला क्रिकेट में बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा हैं। हाल ही में बीसीसीआई की एजीएम में फैसला हुआ था कि महिला आईपीएल (IPL) का पहला सीजन 2023 में खेला जाएगा।
जय शाह ने ट्वीट में लिखा
I’m pleased to announce @BCCI’s first step towards tackling discrimination. We are implementing pay equity policy for our contracted @BCCIWomen cricketers. The match fee for both Men and Women Cricketers will be same as we move into a new era of gender equality in 🇮🇳 Cricket. pic.twitter.com/xJLn1hCAtl
— Jay Shah (@JayShah) October 27, 2022
‘बीसीसीआई महिला क्रिकेटरों को उनके पुरुष समकक्षों के समान मैच फीस का भुगतान किया जाएगा। टेस्ट (15 लाख रुपये), वनडे (6 लाख रुपये), टी20 (3 लाख रुपये)। समान वेतन हमारी महिला क्रिकेटरों के लिए मेरी प्रतिबद्धता थी और मैं एपेक्स काउंसिल को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। जय हिंद।’
2017 रहा महिला क्रिकेट का टर्निंग पॉइंट
आईसीसी महिला विश्व कप 2017 में भारतीय महिला टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद से ही लोगों की महिला क्रिकेट में रुचि बढ़ी हैं। उसके बाद टीम 2020 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी। इस साल अगस्त में टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक भी हासिल किया था।
न्यूजीलैंड ने किया था सबसे पहले यह काम
इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने समान वेतन को लेकर बड़ा फैसला लिया था। उनसे घोषणा की थी कि महिला राष्ट्रीय टीम और घरेलू महिला खिलाड़ियों को पुरुषों के समान मैच फीस दी जायेगी।