Commowealth Games 2022: बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को रजत पदक दिलाने वाली 21 साल की अंशु मलिक (Anshu Malik) का परिवार का कुश्ती से पुराना नाता रहा हैं। अपने पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक के साथ खाता खोलने वाली अंशु के इससे पहले भी कई पदक जीत चुकी हैं। अंशु के पिता धर्मवीर मलिक भी अंतरराष्ट्रीय पहलवान रह चुके हैं। वही, उनके चाचा पवन मलिक तो दक्षिण एशियाई खेलों के गोल्ड मेडल विजेता रहे हैं।
अंशु का छोटा भाई शुभम भी पहलवानी करता है। इस तरह इनका पूरा परिवार पहलवानी से जुड़ा हुआ है। महज 13 वर्ष की आयु में ही अंशु ने पहलवानी शुरू कर दी थी। उन्होंने जगदीश श्योराण से कुश्ती के गुर सीखे। टोक्यो ओलंपिक में खाली हाथ रहने के बाद अंशु ने खुद को कुश्ती में खूब निखारा हैं।
अंशु मलिक ने अब तक जीते हैं ये पदक
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अंशु मलिक ने 2016 में एशियन सब जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल।
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2016 में ही विश्व कैडिट चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल।
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2017 में विश्व खेल स्कूल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल।
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2017 में एशिया कैडिट कुश्ती चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल।
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2017 में ही एथेंस में विश्व कैडिट चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल।
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2018 में एशियन सब जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल।
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विश्व जूनियन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल।
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विश्व सब जूनियर चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल और 2019 में एशियन सब जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल।
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इसके बाद 2020 में विश्व रेंकिंग कुश्ती चैंपियनशिप में अंशु ने सिल्वर मेडल।
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सीनियर एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल।
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सीनियर एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप दिल्ली में ब्रॉन्ज मेडल।
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सीनियर वर्ल्ड कप रेसलिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल।
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2021 में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल।
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विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं अब उन्होंने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर मेडल अपने नाम किया है।