खिलाडियों का फिल्मों और राजनीति में जाना कोई नई बात नहीं रह गई है। क्रिकेटरों के राजनीतिक करियर के बारे में तो आपने खूब पढ़ा और सुना होगा। लेकिन यहां हम आपको भारतीय खेल जगत के उन खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है। जिन्होंने क्रिकेट से परे अन्य खेलों में देश का नाम गर्व ऊंचा किया और फिर राजनीति में जीवन का दूसरा सफर तय किया। इनमें से कई सफल रहे तो कई असफल। चलिए जानते है देश के उन दिग्गज एथलीटों के बारे में।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने साल 2004 एथेंस ओलंपिक में डबल ट्रैप निशानेबाजी में रजत पदक हासिल किया था। निशानेबाजी में तमाम बड़ी उपलब्धियां अर्जित करने वाले राठौड़ बीजेपी के टिकट पर जयपुर ग्रामीण क्षेत्र सांसद चुने गए। इसके बाद वह भारत सरकार में खेल मंत्री भी रहे। वह राजनीति में सक्रिय है।
मैरी कॉम
छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज राज्यसभा सदस्य है। 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा उन्हें इस पद पर मनोनीत किया गया था। मैरी कॉम ने 2010 के एशियाई खेलों में ब्रॉन्ज और 2014 के एशियाई खेलों में गोल्ड पदक हासिल कर देश का मान बढ़ाया था। वह खेल और राजनीति दोनों में सक्रिय है।
कलिकेश नारायण सिंह देव
किसी समय राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज रह चुके कलिकेश नारायण सिंह देव उड़ीसा की बीजेडी (बीजू जनता दल) पार्टी के टिकट पर दो बार लोकसभा सांसद चुने जा चुके है। लोक सभा सांसद के तौर पर उनका कार्यकाल साल 2009 से 2019 तक रहा। वह अब सांसद तो नहीं है लेकिन राजनीति में सक्रिय है।
ज्योर्तिमय सिकदर
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ज्योर्तिमय सिकदर साल 2004 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से चुनाव जीत कर सांसद बनी थी। सिकदर ने सन 1998 में बैंकाक में आयोजित खेलों में दो पदक हासिल किए थे। वह 2019 से अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की वर्तमान सदस्य हैं।
दिलीप टिर्की
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की ओडिशा से राज्यसभा सदस्य रहे है। वह हॉकी के खेल में अपने पेनल्टी कार्नर हिट के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते थे। दिलीप टिर्की 2012 से 2018 तक राजयसभा सांसद रहे है। वर्तमान में वह राजनीतिक दल बीजेडी से जुड़े हुए है।
असलम शेर खान
1975 में कुआलालंपुर में आयोजित हॉकी विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे असलम शेर खान। उन्होंने 1976 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भी हिस्सा लिया। 1984 में लोकसभा सदस्य रहे। वर्तमान में केंद्रीय सांसद है और कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की ख्वाहिश जता चुके है।
प्रसून बनर्जी
अर्जुन पुरस्कार विजेता प्रसून बनर्जी भारतीय फुटबॉल टीम पूर्व के कप्तान है। तृणमूल कांग्रेस की सीट पर पश्चिम बंगाल के हावड़ा लोकसभा सीट से साल 2013 से लोकसभा सांसद है। वह खेलों से पूरी तरह रिटायर हो चुके है राजनीति में सक्रिय है।
नफीसा अली
साल 2004 में कांग्रेस और साल 2009 में सपा की उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाली नफीसा अली वर्तमान में राजनीति में सक्रिय नहीं है। दो बार उन्होंने चुनाव लड़ा और हार का सामना किया। वह पूर्व राष्ट्रीय तैराकी चैंपियन रह चुकी है और वर्तमान में फिल्मों में बतौर अभिनेत्री काम करती है।
बाईचुंग भूटिया
जाने-माने भारतीय फुटबॉलर और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने साल 2018 में ‘हमरों सिक्किम’ नाम से अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च की थी। इससे पहले 2014 में विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांगेस के उम्मीदवार रहे लेकिन हार मिली। राजनीति में होते हुए भी वह आज सफल नहीं है।
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